Retirement Age Hike : हाल ही में केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति को लेकर एक बड़ा फैसला लेने का विचार किया है। कर्मचारियों द्वारा लगातार मांग की जा रही है कि उनकी सेवानिवृत्ति की आयु सीमा बढ़ा दी जाए। कई राज्य तो ऐसे हैं जिन्होंने सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ा भी दी है।
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दे कि कर्मचारियों द्वारा मांग की जा रही है कि उनकी सेवानिवृत्ति की उम्र 62 साल से बढ़ाकर 67 साल कर दी जाये। राज्य सरकार ने कर्मचारियों की इस मांग को देखते हुए उनकी रिटायरमेंट की उम्र 5 साल बढ़ाने का फैसला भी ले लिया है।

रिटायरमेंट की उम्र 5 साल बढ़ी
आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि पश्चिम बंगाल की सरकार ने डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की उम्र 5 साल तक बढ़ा दी है। इसके साथ ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत डॉक्टरों की रिटायरमेंट की उम्र 62 साल से बढ़ाकर 67 साल कर दी गई है।
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अब होंगे 70 साल में रिटायर
पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि चिकित्सकों और विशेषज्ञों की कमी को दूर करने के लिए यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि रिटायरमेंट के बाद 70 साल की उम्र तक उनका नवीनीकरण भी किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार राज्य के विभिन्न नागरिक निकायों के अंतर्गत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की देखभाल के लिए चिकित्सक लगे हुए हैं। इस दौरान संविदा के तहत लगे हुए चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ाकर 70 साल कर दी गई है। पहले चिकित्सक 65 साल की उम्र में रिटायर हो जाते थे।
सरकार पर किए सवाल खडे
सरकार ने चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की उम्र बढ़ा दी है जिस पर कुछ चिकित्सकों के एक वर्ग ने सरकार से इस पर सवाल किए हैं। उनका कहना है कि हर साल 5000 नए चिकित्सक भर्ती किए जा रहे हैं। यह चिकित्सक भर्ती परीक्षा पास करने के बाद डॉक्टर की उपाधि प्राप्त कर रहे हैं लेकिन सरकार हर काम में ढील कर रही है और उन्हें नियुक्ति नहीं दे रही है।
इसके अलावा चिकित्सकों के उस वर्ग ने सरकार पर यह भी सवाल खड़े किए हैं कि डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाकर इस मामले को हल नहीं किया जा सकता। चिकित्सक वर्ग का यह भी कहना है कि 60 साल की उम्र के बाद उनकी दक्षता कमजोर होने लगती है। इसलिए सरकार को इस बात पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए कि ज्यादा से ज्यादा नए डॉक्टर भर्ती किए जाएं ना कि पुराने चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाई जाये।
अधिकारियों ने बताया है कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा चिकित्सक राज्य के विभिन्न नगरपालिका एवं नगर निगम के अंतर्गत आने वाले स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत हैं। इस तरह संविदा चिकित्सकों की कुल संख्या 1200 है जिनमें से 400 चिकित्सक रिटायर होने वाले हैं। इसलिए चिकित्सकों की कमी को देखते हुए संविदा चिकित्सकों की सेवानिवृत्ति की उम्र 70 वर्ष कर दी गई है।