EPF : अब तक तो सरकारी कर्मचारियों की पेंशन और महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की खबरें सुनने में आ रही थी लेकिन अब प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को लेकर भी एक बड़ी खबर सामने आई है। आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि अब निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन में भी इजाफा होने वाला है। जानकारी के अनुसार अब निजी क्षेत्र के कर्मचारियों की पेंशन में 300% की बढ़ोतरी होने की खबर सामने आ रही है। लेकिन इस खबर में कितनी सच्चाई है इस बारे में हम आपको पूरी बात बताने वाले हैं। इसके लिए आपको यह आर्टिकल अंत तक पढ़ना होगा।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के द्वारा EPF सदस्यों के लिए पेंशन स्कीम 1995 चलाई गई हैं। आपको बता दें कि निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को 58 साल की उम्र के बाद रिटायरमेंट दे दिया जाता है, जिसके बाद उन्हें पेंशन मिलना शुरू हो जाती है। इस दौरान कर्मचारियों को 10 साल तक नौकरी करने की आवश्यकता है। EPF योजना में कर्मचारी 12% राशि का योगदान देता है तो नियोक्ता भी उतनी ही राशि इस योजना में देता है।

EPF की गणना 15000 रुपये पर होती है
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के द्वारा EPF में अधिकतम पेंशन 15000 रुपये के मूल वेतन पर आपको पेंशन दी जाती है। चाहे आपकी बेसिक सैलरी 15000 से अधिक हो लेकिन पेंशन की गणना 15000 पर ही की जाती है।
कर्मचारियों की है ये मांग
लेकिन निजी क्षेत्र के कर्मचारी लगातार यह मांग कर रहे हैं कि उनकी पेंशन की गणना उन्हें मिलने वाले अंतिम वेतन के आधार पर की जानी चाहिए। जिसमें कर्मचारी रिटायर होता उस समय उनका सर्वाधिक वेतन होता है और उसी के आधार पर पेंशन की गणना भी होनी चाहिए ताकि उन्हें इसका अधिक फायदा मिल सके। इसके अलावा आपको बता दें कि EPFO में कर्मचारियों को 10 साल तक अंशदान करने की जरूरत है और 20 साल की नौकरी भी पूरी करनी जरूरी होती है ताकि उन्हें 2 साल का वेटेज दिया जा सके।
EPS में मिलेगा 333% लाभ
जो भी निजी क्षेत्र के कर्मचारी हैं उनके लिए यह खबर बेहद महत्वपूर्ण है और उनकी जानकारी के लिए हम बता दें कि अगर कोई भी कर्मचारी 20 साल से अधिक नौकरी और EPF में अंशदान करता है तो उसकी सेवा में 2 साल और जुड़ जाते है। मान लीजिये अगर कोई कर्मचारी 30 साल तक सेवा करता है तो उसकी सेवा की अवधि 32 साल मानी जाएगी। इस प्रकार से कर्मचारियों की पेंशन में 333% का उछाल आना संभव है।
लेकिन कर्मचारियों की लगातार मांग की है कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) द्वारा उनकी अंतिम सैलरी यानी सबसे अधिक सैलरी के आधार पर ही उनकी पेंशन बनाई जाए। ताकि उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन के रूप में अच्छी रकम हासिल हो सके। इस तरह कर्मचारी रिटायर होने के बाद भी अपना घर का गुजारा आसानी से चला पाएंगे और किसी जरूरी काम में भी आर्थिक मदद हो जाएगी। अगर अंतिम वेतन पर EPFO द्वारा पेंशन बनाई जाती है तो इनकी पेंशन में 333% उछाल आने की संभावना मानी जा रही है।